आजकल रेलवे में यात्रा करते वक्त कई बार लोग पुराने स्टेशन के नाम ढूँढते रह जाते हैं और बुकिंग में भी परेशानी आ जाती है। यह बदलाव खासकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ डिवीजन के आठ बड़े रेलवे स्टेशनों के नामों में किया गया है, जिससे यात्रियों को नई पहचान और संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा।
रेल मंत्रालय ने हाल ही में अधिकारिक तौर पर इन नामों को बदलने का नोटिस जारी किया है। बदलाव का उद्देश्य स्थानीय धार्मिक और ऐतिहासिक महापुरुषों को सम्मान देना है, इसी के चलते नए नाम रखे गए हैं। इस फैसले से स्टेशन की पहचान बदल गई है; अगर कोई यात्री पुराने नाम से बुकिंग करता है, तो टिकिटिंग या प्लेटफार्म पर उसे दिक्कत हो सकती है।
इसलिए यात्रियों को सलाह दी जाती है कि यात्रा से पहले स्टेशन की नई लिस्ट जरूर देख लें, जिससे बुकिंग के समय कोई गलती न हो और आपकी यात्रा में परेशानी न आए।
रेलवे स्टेशन नाम बदलाव – मुख्य जानकारी
रेल मंत्रालय द्वारा 27 अगस्त 2024 को अधिकारिक आदेश में उत्तर प्रदेश के आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। ये सभी स्टेशन लखनऊ डिवीजन और अमेठी जिले के अंतर्गत आते हैं। यह फैसला सीधे केंद्र सरकार यानी Ministry of Railways की ओर से लिया गया है, न कि राज्य सरकार द्वारा।
नाम बदलने की प्रक्रिया में कसिमपुर हॉल्ट, जायस, मिसरौली, बनी, निहालगढ़, अखबरगंज, वारिसगंज और फुरसतगंज शामिल हैं। इन सभी स्टेशनों के नाम नए धार्मिक और ऐतिहासिक महापुरुषों के सम्मान में तय किए गए हैं। पुराने नाम से अब कोई बुकिंग या टिकिटिंग नहीं होगी, तो नई लिस्ट को देखना जरूरी है।
आठ रेलवे स्टेशनों के नाम और नई लिस्ट
रेलवे द्वारा जारी बदलें गए नामों की सूची नीचे दी गई है। इसके मुताबिक अब बुकिंग और यात्रा के लिए यात्रियों को नए नामों का ही इस्तेमाल करना होगा:
पुराना नाम | नया नाम |
कसिमपुर हॉल्ट | जायस सिटी |
जायस | गुरु गोरखनाथ धाम |
मिसरौली | माँ कालिकन धाम |
बनी | स्वामी परमहंस |
निहालगढ़ | महाराजा बिजली पासी |
अखबरगंज | माँ अहोरवा भवानी धाम |
वारिसगंज | अमर शहीद भाले सुल्तान |
फुरसतगंज | तपेश्वरनाथ धाम |
इन स्टेशनों की पहचान अब आधिकारिक तौर पर बदल गई है।
नाम बदलाव क्यों हुआ?
रेल मंत्रालय ने स्थानीय धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह बदलाव किया है। अमेठी जिले की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी ने इस बदलाव की पहल की थी, जिसे गृह मंत्रालय से मंजूरी भी मिली है। इन नामों का चुनाव धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए किया गया है।
नए नामों से यात्रियों को इन इलाकों की संस्कृति और विरासत से जुड़ाव महसूस होगा। इससे स्थानीय लोगों को गर्व महसूस करने का मौका मिलेगा और यात्री भी नए नामों के पीछे की कहानी जान सकेंगे।
टिकट बुकिंग में क्या समस्या हो सकती है?
अगर यात्री पुराने नाम से टिकट खोजने की कोशिश करेंगे तो नए सिस्टम में उन्हें स्टेशन की जानकारी नहीं मिलेगी। प्लेटफार्म घोषणा, टिकट काउंटर, ऑनलाइऩ बुकिंग सभी में अब नए नाम ही दिखेंगे। इसलिए यात्रियों को नया नाम जानना बहुत जरूरी है।
मिसाल के तौर पर – अगर कोई फुरसतगंज स्टेशन से यात्रा करना चाहता है, तो अब टिकट में ‘तपेश्वरनाथ धाम’ खोजेगा। इसी तरह कसिमपुर हॉल्ट की जगह ‘जायस सिटी’ पर ही टिकट बनेगा।
बदलाव से क्या फायदा?
- स्थानीय पहचान मिलेगी: अब स्टेशन का नाम धार्मिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण महापुरुषों या स्थल पर पड़ा है।
- यात्रियों को जानकारी: नए नाम से बुकिंग में परेशानी कम होगी और जगह की सही पहचान मिलेगी।
- पर्यटन में बढ़ावा: धार्मिक पर्यटन को भी इससे बढ़ावा मिलेगा।
योज़ना का संक्षिप्त विवरण (Table Overview)
जानकारी | विवरण |
अपडेट तारीख | 27 अगस्त 2024 |
बदलें गए स्टेशन | 8 स्टेशन (लखनऊ डिवीजन/अमेठी जिला) |
बदलाव का कारण | धार्मिक एवं ऐतिहासिक सम्मान |
लागू किसने किया | Ministry of Railways (केंद्र सरकार) |
नए नाम का असर | टिकटिंग, प्लेटफार्म अनाउंसमेंट |
बुकिंग प्रक्रिया | केवल नए नाम से ही संभव |
पहल किसने की | पूर्व सांसद स्मृति ईरानी |
यात्रियों के लिए टिप | नया नाम जरूर देख लें |
नाम बदलने वाले रेलवे स्टेशन – नई पहचान
- कसिमपुर हॉल्ट – जायस सिटी
- जायस – गुरु गोरखनाथ धाम
- मिसरौली – माँ कालिकन धाम
- बनी – स्वामी परमहंस
- निहालगढ़ – महाराजा बिजली पासी
- अखबरगंज – माँ अहोरवा भवानी धाम
- वारिसगंज – अमर शहीद भाले सुल्तान
- फुरसतगंज – तपेश्वरनाथ धाम
ये सभी नाम अब रेलवे के सभी रिकॉर्ड, ट्रेन टाइम टेबल, बुकिंग सिस्टम, प्लेटफार्म अनाउंसमेंट आदि में अपडेट हो चुके हैं।
यात्रा के समय ध्यान रखें
नए नामों की जानकारी होना अब बहुत जरूरी है। अगर किसी कारण से पुराना नाम चुनेंगे तो रेलवे प्रणाली में स्टेशन नहीं मिलेगा। इसलिए यात्रा से पहले रेलवे की आधिकारिक साइट पर नई लिस्ट चेक जरूर करें।
रेलवे के परिसरों में भी नए नाम और बोर्ड जल्दी ही अपडेट कर दिए जाएंगे। ऑनलाइन बुकिंग जैसे IRCTC में भी अब सिर्फ नए नाम दिखेंगे।
यात्रियों के लिए जरूरी सलाह
- यात्रा करने से पहले नए नाम जरूर देख लें।
- बुकिंग के समय स्टेशन की सही पहचान करके ही टिकट बनाएं।
- स्टेशन की पहचान संबंधी सवाल हो तो रेलवे के हेल्पलाइन पर जानकारी ले सकते हैं।
इस बदलाव से बुकिंग में दिक्कत न आए, इसी के लिए रेलवे ने यह अधिकारिक नोटिस निकाला है।
Disclaimer:
यह योजना और स्टेशन नाम बदलाव पूरी तरह सरकारी आदेश पर आधारित है, जिसमें Ministry of Railways ने आधिकारिक तौर पर नाम बदलने की सूचना दी है। यह खबर पूरी तरह सच है, फर्जी या अफवाह नहीं है। स्थानीय या गैर-संवैधानिक वेबसाइट्स पर आई खबरों पर भरोसा न करें, केवल सरकारी नोटिफिकेशन को ही सही मानें। इसलिए यात्रियों के लिए नया नाम देखना जरुरी है ताकि उनकी टिकटिंग या यात्रा में कोई समस्या न आए।