दिल्ली से हिमाचल तक मौसम को लेकर अभी लोग काफी सतर्क हैं। अगस्त के महीने में मौसम का मिजाज हर दिन बदलता नजर आ रहा है। दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों में बीते कुछ दिनों से तेज बारिश का सिलसिला जारी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से लगातार अलर्ट जारी हो रहे हैं, जिससे आम जनता को समय रहते सूचना दी जा सके। वहीं, इस दौर में कहीं अधिक गर्मी तो कहीं बारिश का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है।
पिछले दिनों दिल्ली और आसपास के राज्यों में रातभर तेज बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया। वहीं हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में भी बारिश का असर दिखा और कुछ जगहों पर भूस्खलन की भी खबरें सामने आईं।
मौसम के बदलते इस रंग ने शहर और गांव दोनों को प्रभावित किया है। कई लोग अब जानना चाहते हैं कि कल उनके शहर में मौसम कैसा रहेगा—गर्मी बढ़ेगी या बारिश का असर रहेगा।
Kal Ka Mausam Update
भारतीय मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में अगले एक-दो दिन तक सामान्य से तेज बारिश का अनुमान है। तापमान 33-35°C के बीच रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम टेम्परेचर 23-25°C तक रहेगा।
13 अगस्त को सुबह से शाम तक एक-दो बार हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे सड़कों पर जलभराव बना रहेगा। दिल्ली के मिंटो ब्रिज, विजय चौक, मोती बाग फ्लाईओवर और निजामुद्दीन फ्लाईओवर जैसे प्रमुख इलाकों में बारिश का असर खास रहेगा।
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो वहां 13 और 14 अगस्त को भारी बारिश की संभावना जताई गई है। चम्बा, कांगड़ा, विलासपुर, कुल्लू, किन्नौर और शिमला जैसी जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
12 अगस्त को हिमाचल के कई जिलों में करीब 22°C से 16°C के मध्य टेम्परेचर दर्ज किया गया। 13-14 अगस्त को कुछ जगहों पर बारिश और भूस्खलन की स्थिति बन सकती है, इसलिए यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सरकार और मौसम विभाग की ओर से क्या योजना है?
मौसम से संबंधित जानकारी और सुरक्षा के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) और राज्य सरकारें लगातार अपडेट जारी कर रही हैं। मौसम विभाग के मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट पर अलर्ट्स उपलब्ध हैं, जिनमें ऑरेंज, रेड और येलो अलर्ट दिए जाते हैं।
राज्य सरकारें जलभराव, भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदा की स्थिति में राहत और बचाव दल सक्रिय रखती हैं। हिमाचल और उत्तराखंड में आपदा नियंत्रण कमेटियों की तैनाती रहती है, जो भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा के समय मदद करती हैं।
सरकार की ओर से ऐसी जगहों पर राहत शिविर भी बनाए जाते हैं, जहां भारी बारिश या भूस्खलन के कारण लोग घर छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं। इसके साथ ही स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित की जाती हैं, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
जलभराव वाले इलाकों में ट्रैफिक डाइवर्ट किया जाता है और बिजली-पानी जैसी सेवाओं को जल्द गति देने के आदेश जारी होते हैं। इन योजनाओं का मकसद यही है कि मौसम के बुरे हालात में नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके।
कल के मौसम की तैयारी कैसे करें?
यदि आप दिल्ली या हिमाचल जैसे इलाकों में रह रहे हैं, तो तेजी से बदलते मौसम के लिए सतर्क रहना जरूरी है। सुबह बाहर निकलने से पहले मौसम का अपडेट जरूर लें, छाता साथ रखें और जलभराव वाले रास्तों से बचें। यात्रा या काम के लिए निकलने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि बारिश या बाढ़ वाले इलाकों से दूरी बनाए रखें।
खासकर पहाड़ी इलाकों की यात्रा टालना बेहतर है, जबतक मौसम विभाग राहत का संकेत ना दे। यदि आपके इलाके में भारी बारिश का अलर्ट है, तो घर के बाहर ना जाएं और जरूरी सामान पहले से ही जुटा लें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और आपदा कंट्रोल नंबर अपने पास रखें। बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा का खास ध्यान रखें।
निष्कर्ष
कल का मौसम दिल्ली से लेकर हिमाचल तक काफी बदलता नजर आ सकता है। कहीं तेज गर्मी तो कहीं बारिश का असर लगातार रहेगा। प्रशासन और मौसम विभाग की योजनाओं का फायदा उठाकर, सतर्क रहकर और तैयारी करके मौसम की हर मुश्किल का सामना किया जा सकता है। अपने शहर के मौसम को नियमित अपडेट करते रहें और सुरक्षित रहें।