सोना-चांदी की कीमतें हमेशा निवेशकों और आम जनता के लिए चर्चा का विषय रही हैं। हाल ही में बाजार में अचानक एक बड़ी गिरावट देखी गई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है। सोने के भाव में हजारों रुपये की कमी आई है, वहीं चांदी के दाम में भी हल्की कमजोरी दर्ज की गई है।
यह गिरावट सिर्फ सामान्य उतार-चढ़ाव नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार और सरकारी नीतियों के कारण आई है। इस समय कई लोग इसे खरीदने का अच्छा मौका मान रहे हैं क्योंकि राजस्थान, दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी यही ट्रेंड नजर आया।
सोना भारतीय संस्कृति में न सिर्फ निवेश, बल्कि शादी-ब्याह और त्योहारों में सबसे लोकप्रिय धातु है। सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट का असर गहनों की मांग और निवेश दोनों पर पड़ता है।
इसी वजह से सरकार समय-समय पर सोने में निवेश के लिए अलग-अलग योजनाएँ भी शुरू करती रहती है, ताकि जनता को फायदा हो और देश को भी सोने के आयात पर थोड़ा नियंत्रण मिले।
Gold Silver Rates Today
आज भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹104,050 प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट ₹95,858 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना ₹78,430 प्रति 10 ग्राम है। यह कीमतें पिछले ऑल टाइम हाई ₹1,01,406 से गिरकर अब ₹100,201 रुपये प्रति 10 ग्राम हुई हैं। यानी, सिर्फ कुछ ही दिनों में सोने में हजारों रुपये तक की कमी आ चुकी है।
चांदी की बात करें तो आज भारत में चांदी का भाव ₹1,133 से ₹1,170 प्रति 10 ग्राम के बीच चल रहा है। दिल्ली में 10 ग्राम सिल्वर की कीमत ₹1,140 है, जो पिछले दिनों की तुलना में करीब ₹10 कम हो गई है।
इस गिरावट के मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी, डॉलर की मजबूती और कुछ हद तक सरकार की ओर से सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी में बदलाव को माना जा रहा है। विदेशी बाज़ारों में स्थिरता आने पर इन दोनों धातुओं की कीमतें गिरती हैं क्योंकि लोग सुरक्षित निवेश से दूरी बनाते हैं।
हाल ही में अमेरिका-ईरान-इजराइल की स्थिति में सुधार आया, जिससे सोने-चांदी का बाजार कमजोर हुआ। वहीं, भारत में कई परिवार आगामी शादियों या त्यौहारों के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, इसलिए इस गिरावट को एक अवसर के तौर पर देखा जा रहा है।
सरकारी योजना: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड व स्वर्ण मुद्रीकरण
सरकार सोने में निवेश को प्रमोट करने के लिए समय-समय पर कई योजनाएं लॉन्च करती रही है। इनमें सबसे लोकप्रिय योजना है ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme)’, जिसमें ग्राहक बैंक या पोस्ट ऑफिस के जरिए कम से कम 1 ग्राम सोना खरीद सकते हैं।
इस स्कीम में खरीदे सोने पर हर साल ब्याज भी मिलता है और निवेशकों को कैपिटल गेन टैक्स में छूट मिलती है। इसका मतलब है सोने का भाव बढ़े तो आपको अतिरिक्त फायदा और ब्याज दोनों मिलेंगे। इसके अलावा सोने को फिजिकल रूप में रखने की चिंता भी नहीं रहती।
सरकारी ‘स्वर्ण मुद्रीकरण योजना’ के तहत भी लोग अपना फिजिकल सोना सरकार को जमा कर सकते हैं। इससे उन्हें ब्याज मिलता है और सुरक्षित निवेश का फायदा होता है। इस योजना से बैंक और सरकार को देश में जमा सोना मिलता है, जिससे आयात पर निर्भरता कम होती है।
लेकिन, हाल ही में खबर आई है कि सरकार इस योजना को बंद करने या किस्तों में बदलाव करने पर विचार कर रही है, ताकि नए बजट में सोने-चांदी की स्थिति के मुताबिक फैसले लिए जा सकें।
बाजार में क्या करना है: आज का फायदेमंद समय
सोने के निवेश को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय मार्केट में गिरावट के कारण खरीदारी का बढ़िया मौका है। परिवार अगर गहनों की खरीद योजना बना रहे हैं तो मौजूदा रेट्स पर फायदा उठा सकते हैं।
हालांकि, निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड या स्वर्ण मुद्रीकरण योजना दोनों ही अच्छा विकल्प हैं क्योंकि इसमें सुरक्षा के साथ रिटर्न भी मिलता है। इधर चांदी की कीमत स्थिर है, मगर त्योहारी सीजन में इनमें थोड़ा आगे बढ़ोतरी भी देखने को मिल सकती है।
निष्कर्ष
सोना-चांदी की कीमतों में आई बड़ी गिरावट ने निवेशकों के लिए नया अवसर खोल दिया है। सरकारी स्कीम्स के माध्यम से भी लोग सुरक्षित निवेश कर सकते हैं। बाजार की चाल को समझते हुए सही समय पर सोना-चांदी खरीदना आज के दौर में एक बुद्धिमानी का कदम साबित हो सकता है।