RBI का नया ऐलान: चेक से पेमेंट अब कुछ ही घंटों में, पुराने नियम खत्म

Published On: August 30, 2025
Rbi update

भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर बैंकिंग सिस्टम में आम लोगों की सुविधा और सुरक्षा के लिए नीतियों में बदलाव करता रहता है। डिजिटल लेन-देन के बढ़ते दौर में चेक पेमेंट आज भी बड़ी संख्या में लोग इस्तेमाल करते हैं। यही कारण है कि आरबीआई चेक से जुड़े नियमों में लगातार सुधार कर रहा है।

हाल ही में आरबीआई ने चेक निपटान (Cheque Settlement) से जुड़ा एक अहम फैसला लिया है, जिससे ग्राहकों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। पहले चेक क्लीयरिंग की प्रक्रिया में कई दिन लग जाते थे, लेकिन अब इसमें बड़ा बदलाव किया गया है। इसका उद्देश्य बैंकों के कामकाज को और अधिक तेज़ और पारदर्शी बनाना है ताकि आम लोगों को तत्काल लाभ पहुंच सके।

नई व्यवस्था से न केवल ग्राहकों का समय बचेगा बल्कि धांधली, धोखाधड़ी और गड़बड़ी की आशंका भी कम होगी। यह बदलाव खासकर व्यापारियों, नौकरीपेशा और उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें अक्सर भुगतान चेक द्वारा प्राप्त करना पड़ता है।

RBI Update

आरबीआई की नई घोषणा के अनुसार अब चेक क्लियरिंग में लंबा इंतजार करने की ज़रूरत नहीं होगी। पहले कई बार स्थानीय शाखा में जमा किए चेक अगले दिन या उससे भी लंबे समय बाद क्लियर होते थे। वहीं किसी दूसरे शहर या क्षेत्र की शाखा का चेक होने पर इसमें 2 से 3 दिन या उससे ज्यादा टाइम लग सकता था।

अब रिजर्व बैंक ने इसे और आसान कर दिया है। नई व्यवस्था के तहत चेक क्लियरिंग की प्रक्रिया कुछ ही घंटों में पूरी हो सकेगी। यानी अगर आपने सुबह चेक जमा किया है, तो उसी दिन कुछ घंटों के अंदर आपके खाते में पैसे ट्रांसफर हो सकते हैं।

इस कदम के पीछे आरबीआई का उद्देश्य डिजिटल और तकनीकी विकास का पूरी तरह से लाभ ग्राहकों तक पहुँचाना है। सीटीएस (Cheque Truncation System) नामक तकनीक के तहत यह संभव हुआ है। इसमें चेक की भौतिक कॉपी को इधर-उधर भेजने की बजाय उसका स्कैन और डिजिटल इमेज इस्तेमाल की जाती है।

चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) क्या है

चेक ट्रंकेशन सिस्टम वह व्यवस्था है जिसमें चेक की असली प्रति को इधर-उधर ले जाने की बजाय उसका इमेज स्कैन कर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से बैंक तक पहुँचाया जाता है। इससे समय की बचत होती है और धोखाधड़ी की संभावना काफी हद तक खत्म हो जाती है।

इस सिस्टम को पूरे देश में लागू कर दिया गया है। अब चाहे आप किसी भी राज्य या शहर में हों, चेक की इमेज एक ही दिन में दूसरे बैंक तक जा सकती है और तुरंत पैसे आपके खाते में आ सकते हैं। यही कारण है कि अब आरबीआई ने नियमों में बदलाव कर ग्राहकों के लिए इसे और अधिक लाभकारी बना दिया है।

ग्राहकों को क्या फायदा मिलेगा

नई व्यवस्था लागू होने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि ग्राहकों को कई दिन तक पैसे आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अगर आपको किसी पार्टी या कंपनी से भुगतान चेक के जरिए मिला है तो अब वही पैसा कुछ ही घंटों में खाते में जमा हो जाएगा।

यह बदलाव खासकर उन लोगों के लिए बहुत बड़ा लाभ है जो व्यवसाय कर रहे हैं। क्योंकि व्यापारियों और कंपनियों के लेन-देन का बड़ा हिस्सा आज भी चेक के जरिये होता है। पहले देरी से क्लीयरिंग होने के कारण कैश फ्लो की समस्या आती थी, लेकिन अब यह परेशानी काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।

साथ ही यह बदलाव आम वेतनभोगी कर्मचारियों और किसानों के लिए भी राहत लेकर आया है। जिन लोगों को सब्सिडी या भुगतान चेक से मिलता है, उन्हें अब पैसों के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

धोखाधड़ी पर भी लगेगी रोक

चेक भुगतान में धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा या जालसाजी के मामले भी समय-समय पर सामने आते रहे हैं। ऐसे में नई डिजिटल प्रणाली से यह खतरा कम हो जाएगा। चेक की इमेज स्कैनिंग और सुरक्षित डिजिटल ट्रांसफर के कारण बैंकिंग प्रक्रिया और ज्यादा विश्वास योग्य बनेगी।

सीटीएस सिस्टम में इस्तेमाल होने वाले सिक्योरिटी फीचर इतने आधुनिक हैं कि नकली चेक या गड़बड़ी तुरंत पकड़ में आ जाएगी। इससे आम ग्राहकों को सुरक्षित और भरोसेमंद बैंकिंग का माहौल मिलेगा।

सरकार और आरबीआई की पहल

यह कदम सरकार और आरबीआई दोनों की डिजिटल इंडिया और पारदर्शी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में उठाया गया बड़ा निर्णय है। पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के साथ-साथ आरबीआई ने बैंकिंग सेवाओं को और आसान और सुरक्षित बनाने पर जोर दिया है।

चेक के नए नियम इसी दिशा में एक और कदम हैं। इससे देश में कैशलेस और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक लेन-देन में तेजी आएगी।

निष्कर्ष

आरबीआई द्वारा चेक नियमों में किया गया यह बदलाव आम जनता और कारोबार जगत दोनों के लिए एक बड़ा लाभ है। चेक क्लीयरिंग अब कुछ ही घंटों में हो पाएगी, जिससे समय और ऊर्जा की बचत होगी।

डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल से न केवल व्यवस्था तेज हुई है बल्कि सुरक्षा भी दोगुनी हो गई है। यह बदलाव न सिर्फ बैंकिंग सेक्टर बल्कि पूरे अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला कदम साबित होगा।

Leave a comment